રાષ્ટ્રીય

उत्तर भारत में शीतलहर का प्रकोप, 1,000 से अधिक उड़ानें प्रभावित

उत्तर भारत में पहाड़ से लेकर मैदान तक जमा देने वाली ठंड से लोगों का हाल बेहाल है। घने कोहरे के साथ भीषण शीतलहर ने मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। दृश्यता कम होने से यातायात व्यवस्था भी चरमरा गई है। दिल्ली में 380 से ज्यादा उड़ानों में देरी हुई है, 35 को रद्द करना पड़ा जबकि 125 ट्रेनें विलंब से चलीं। हरियाणा के महेंद्रगढ़ और पंजाब के शहीद भगत सिंह नगर में पारा शून्य से नीचे चला गया। अन्य कई शहरों में भी ऐसा ही हाल रहा।

मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, उत्तर भारत में अगले पांच दिन घने कोहरे की स्थिति रहने की संभावना है। मैदानी इलाकों में दो दिन भीषण ठंड पड़ सकती है। वहीं, उत्तर-पश्चिम भारत को पांच दिन शीतलहर से मुक्ति नहीं मिलेगी। इस दौरान कुछ क्षेत्रों में प्रचंड शीतलहर का प्रकोप भी रह सकता है। घने कोहरे के कारण दृश्यता घटने से दिल्ली हवाईअड्डे पर पिछले तीन दिनों के दौरान 1,000 से अधिक उड़ानों के आगमन-प्रस्तान में 12 घंटे से अधिक तक की देरी हुई है।

इससे यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। दो दिन पहले ही दिल्ली-गोवा की इंडिगो उड़ान में 10 घंटे से अधिक की देरी से नाराज एक यात्री ने पायलट को मुक्का मार दिया था। कोहरे में उड़ानें प्रभावित होने से दुखी यात्रियों की परेशानी कम करने व हाल की अप्रिय घटनाओं के दोहराव से बचने को उड्डयन मंत्रालय ने देश के छह मेट्रो एयरपोर्ट पर वॉर रूम स्थापित करने का निर्देश दिया है।

नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया, एयरपोर्ट व एयरलाइंस मिलकर वॉर रूम स्थापित करेंगे। यहां यात्रियों की समस्या का समाधान किया जाएगा। दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के एक और रनवे पर कम दृश्यता की स्थिति में विमानों के उतरने की सुविधा शुरू कर दी है।

ads image

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

x