पीएम मोदी की सभा के पास AAP विधायक चैतर वसावा का शक्ति प्रदर्शन
नर्मदा जिले के नेत्रंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा स्थल से कुछ ही दूरी पर आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक चैतर वसावा ने एक समानांतर जनसभा (Parallel Rally) आयोजित की। बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर, वसावा ने गुजरात सरकार पर संविधान की अनुसूची पांच (Fifth Schedule) लागू न करने और आदिवासी क्षेत्रों से खनिजों की चोरी (Mineral Theft) करने का गंभीर आरोप लगाया। आप विधायक चैतर वसावा ने आदिवासियों के शोषण (Exploitation of Tribals) का मुद्दा उठाते हुए कहा, “मुगलों से लेकर अंग्रेजों तक, कई लोगों ने हमारा शोषण किया और आज भी समाज का शोषण हो रहा है।”
उन्होंने कहा कि संविधान में अनुसूची पांच विशेष रूप से आदिवासी लोगों के लिए बनाई गई है, लेकिन गुजरात में आज तक इसे लागू नहीं किया गया है। वसावा ने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे लोग सत्ता का दुरुपयोग कर आदिवासी क्षेत्रों से खनिजों की चोरी कर रहे हैं और उनकी जमीन छीन (Land Grabbing) रहे हैं। उन्होंने पूछा कि जब असम, सिक्किम, मिजोरम और मेघालय जैसे राज्यों में अनुसूची छह (Sixth Schedule) शामिल है, तो गुजरात में अनुसूची पांच (Fifth Schedule) क्यों लागू नहीं की गई है? चैतर वसावा ने सत्ता पर प्रहार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 साल से सत्ता में हैं, फिर भी आज आदिवासी शिक्षा (Education), नर्मदा के पानी और अपनी जमीन बचाने के लिए आंदोलन (Agitation) कर रहे हैं।
उन्होंने आदिवासी एकता की ताकत बताते हुए कहा कि हमारी एकता के कारण ही आज उपमुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों को देडियापाडा की गलियों में घूमना पड़ता है। उन्होंने चार साल पहले बिरसा मुंडा की मूर्ति स्थापना को रोकने के प्रयास को याद करते हुए कहा कि आज प्रधानमंत्री को देडियापाडा आना पड़ता है, यह आदिवासियों की ताकत है। वसावा ने हुंकार भरते हुए कहा, “अब हम ‘लड़ेंगे, जीतेंगे, जिंदाबाद’ जैसे बयान नहीं देना चाहते। अब धरना, प्रदर्शन और आंदोलन बंद… अगर हमें पांचवी अनुसूची में शामिल नहीं किया गया, तो हम ‘नेपाल वाली’ करने के लिए गांधीनगर आने वाले हैं।”

