Gujarat में SIR के दौरान 4 BLO शिक्षकों की मौत, 2 को आया हार्ट अटैक
गुजरात में चुनाव आयोग (Election Commission) द्वारा मतदाता सूची सघन सुधार कार्यक्रम (SIR – Special Summary Revision) का काम चल रहा है। इस कार्य के दबाव और लगातार मिल रहे नोटिसों (Notices) के कारण गुजरात में अब तक 4 बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) शिक्षकों की मौत हो चुकी है, जिनमें से दो बीएलओ को हार्ट अटैक (Heart Attack) आया है। बीएलओ-शिक्षकों को मतदाता फॉर्म वितरण, कलेक्शन, स्कैनिंग और डिजिटाइजेशन (Digitization) जैसी जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
अहमदाबाद जिले के 21 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 62.59 लाख पंजीकृत मतदाता हैं। शिक्षकों और शैक्षणिक संघों (Academic Unions) की शिकायत है कि उन्हें दिन के अलावा रात में भी डिजिटाइजेशन (Digitization) के लिए उपस्थित रहने के आदेश दिए जा रहे हैं।
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कार्य प्रगति: अहमदाबाद जिले में अब तक 44.13% (27,62,322 फॉर्म) का डिजिटाइजेशन पूरा हो चुका है, जबकि कुछ क्षेत्रों में यह सिर्फ 25 से 30 प्रतिशत है।
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दबाव: काम में लापरवाही के चलते अहमदाबाद जिले में अब तक 500 से अधिक शिक्षकों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं।
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मानसिक तनाव (Mental Stress): नोटिसों के डर से शिक्षक-बीएलओ मानसिक तनाव में काम कर रहे हैं, जिसके गंभीर परिणाम सामने आए हैं।
मतदाता सूची सुधार कार्यक्रम के तहत सामने आए प्रमुख आंकड़े:
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मृत्यु: 95,301 मतदाताओं की मृत्यु हो चुकी है।
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स्थायी निवास परिवर्तन: 10,478 मतदाताओं का स्थायी निवास (Permanent Residence) बदल गया है।
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अनट्रेसेबल (Untraceable): 14,012 मतदाता पहुँच से बाहर हैं यानी अनट्रेसेबल हैं।
अंतिम चरण: 22 और 23 नवंबर को फॉर्म भरने के लिए अंतिम कैंप (Camp) आयोजित किया गया था। अब बीएलओ को बाकी बचे फॉर्म घर-घर जाकर जमा करने होंगे। फॉर्म लेने और डिजिटाइजेशन का काम 4 दिसंबर तक चलेगा।

