Gandhinagar: मुंबई क्राइम ब्रांच के नाम पर ‘डिजिटल अरेस्ट’ करके बुजुर्ग से ₹44.76 लाख लूटे
पूरे देश में साइबर क्राइम की बढ़ती घटनाओं के बीच, गांधीनगर जिले के दहेगाम तालुका के साणोदा गांव में एक बड़ा साइबर फ्रॉड का मामला सामने आया है। यहां रहने वाले सेवानिवृत्त बुजुर्ग रघुनाथ मफताजी चौहान को साइबर ठगों ने निशाना बनाया और उनसे चरणबद्ध तरीके से ₹44.76 लाख की राशि ठग ली। बीते 24 सितंबर को, जब बुजुर्ग घर पर थे, तो उनके मोबाइल नंबर पर एक व्यक्ति ने खुद को मुंबई दूरसंचार से बताते हुए फोन किया और उन्हें बताया कि उनके नंबर पर 24 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसके लिए उन्हें मुंबई क्राइम ब्रांच से संपर्क करना होगा। इसके बाद साइबर ठगों ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का विजय खन्ना बताकर पुलिस की वर्दी में वीडियो कॉल भी किया।
साइबर ठगों ने बुजुर्ग को ‘डिजिटल अरेस्ट’ करने की धमकी दी और किसी को भी इस बारे में जानकारी न देने को कहा। उन्होंने बुजुर्ग को यह भी विश्वास दिलाया कि उनके नाम पर बैंक में ₹2 करोड़ जमा हुए हैं और उन्हें निकाल लिया गया है, जिसकी सीबीआई जांच करेगी। इस जांच के बहाने उनकी सभी बैंक डिटेल्स हासिल की गईं और फिर चरणबद्ध तरीके से उनसे ₹44.76 लाख ट्रांसफर करवा लिए गए।
धोखाधड़ी करने के बाद साइबर ठगों ने मुंबई क्राइम ब्रांच की मुहर वाले पत्र, पूछताछ रिकॉर्ड और कोर्ट ऑर्डर लेटर जैसे नकली दस्तावेज व्हाट्सएप के माध्यम से भेजे। उन्होंने बुजुर्ग को पास के पुलिस स्टेशन जाकर NOC (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) प्राप्त करने के लिए कहा, जिसके बाद उन्हें अपनी रकम वापस मिल जाएगी। हालांकि, जब बुजुर्ग दहेगाम पुलिस स्टेशन पहुंचे, तो पुलिस द्वारा उन्हें बताया गया कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। इस पूरे घोटाले के संबंध में अब गांधीनगर रेंज साइबर क्राइम पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

