बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती: गांधीनगर में 28 आदिवासी बंधुओं को विशेष उपलब्धि के लिए किया गया सम्मानित
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस वर्ष को भगवान श्री बिरसा मुंडा के ऐतिहासिक योगदान को याद करने और राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा लेने के उद्देश्य से “जनजातीय गौरव वर्ष” के रूप में मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में, गांधीनगर जिला प्रशासन द्वारा टाउन हॉल में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता मेयर श्रीमती मीराबहन पटेल ने की।
मेयर श्रीमती मीराबहन पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी वंचितों और आदिवासियों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए कई योजनाएं चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा ने अपनी दूरदर्शिता और शौर्य से अंग्रेजों के खिलाफ जमीन और लोगों की मुक्ति के लिए लड़ाई लड़ी थी।
मेयर ने आदिवासी बंधुओं के लिए अपनी कामना व्यक्त करते हुए कहा कि, आदिवासी बंधु शिक्षा (Education), स्वास्थ्य (Health) और रोज़गार (Employment) की ओर आगे बढ़ें तथा आर्थिक रूप से सशक्त (Economically Empowered) बनें।
विधायक श्रीमती रीताबेन पटेल ने कहा कि व्यक्ति जन्म से नहीं, कर्म से महान होता है। उन्होंने बिरसा मुंडा का उदाहरण देते हुए कहा कि केवल 25 वर्ष की आयु में उन्होंने अपने समुदाय को गौरव दिलाया। उन्होंने आदिवासी बंधुओं से अंधविश्वास (Superstition) और कुरीतियों को दूर कर शिक्षा (Education) के साथ प्रगति करने का अनुरोध किया।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाले कुल 28 आदिवासी बंधुओं को सम्मानित किया गया, जिनमें शामिल हैं:
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शैक्षणिक उपलब्धि प्राप्त करने वाले 4 लोग।
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निबंध, चित्रकला और गायन प्रतियोगिताओं में विजेता बने 6 छात्र।
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खेलकूद (Sports) क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 18 खिलाड़ी।
कार्यक्रम स्थल पर एक स्वास्थ्य जांच कैंप (Health Checkup Camp) और विभिन्न सरकारी विभागों की आदिवासी योजनाओं को दर्शाती प्रदर्शनी (Exhibition) भी लगाई गई थी।

