गुजरात में जन्म-मृत्यु का लेखा-जोखा: हर घंटे 56 मौतें, हर मिनट 2 जन्म
गुजरात में वर्ष 2023 के दौरान जन्म और मृत्यु के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं, जिनसे राज्य की वर्तमान जनसांख्यिकीय स्थिति का पता चलता है। रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में एक साल में कुल 4,87,971 लोगों की मृत्यु (Death Toll) हुई है, जिसका औसत निकाला जाए तो हर घंटे 56 और प्रतिदिन लगभग 1337 लोग अपनी जान गंवाते हैं। राहत की बात यह है कि पिछले चार वर्षों में यह अब तक का सबसे कम मृत्युदर (Mortality Rate) दर्ज किया गया है, जबकि कोरोना काल (2020-21) के दौरान यह संख्या काफी अधिक थी। आंकड़ों के विश्लेषण से यह भी पता चला है कि शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण इलाकों में मौत का प्रमाण थोड़ा अधिक रहा है। जिलों की सूची में अहमदाबाद 67,095 मौतों के साथ सबसे ऊपर है, जिसके बाद सूरत और वडोदरा का स्थान आता है।
मृत्यु के साथ-साथ राज्य में जन्म दर में भी काफी तेजी देखी गई है, जो भविष्य के विकास की ओर इशारा करती है। गुजरात में एक वर्ष में कुल 11.26 लाख बच्चों का जन्म हुआ है, जिसका अर्थ है कि राज्य में हर मिनट औसत दो बच्चों की किलकारी (Birth Rate) गूंजती है। जन्म के मामले में भी अहमदाबाद जिला पूरे राज्य में अव्वल रहा है, जहां एक साल में 1.24 लाख नए बच्चों का आगमन हुआ। रिपोर्ट में एक विशेष डेटा यह भी साझा किया गया है कि 2019 से 2023 के बीच कुल 147 ट्रांसजेंडर (Transgender) व्यक्तियों की मृत्यु दर्ज की गई है। ये सांख्यिकीय आंकड़े (Statistical Data) राज्य सरकार को भविष्य की स्वास्थ्य नीतियों और संसाधनों के नियोजन में महत्वपूर्ण दिशा प्रदान करेंगे।

