पेन्टागन की चेतावनी: चीन की चालबाजी से भारत रहे सतर्क, पाकिस्तान को बना रहा मोहरा
अमरीकी रक्षा मंत्रालय पेन्टागन ने अपनी ताजा वार्षिक रिपोर्ट (Annual Report) में भारत को चीन की सैन्य गतिविधियों को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है। रिपोर्ट के अनुसार, चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव कम करने का केवल दिखावा कर रहा है ताकि भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते रणनीतिक संबंधों में दरार डाली जा सके। हालांकि अक्टूबर 2024 में जमीनी स्तर पर सेनाएं पीछे हटी हैं, लेकिन पेन्टागन का मानना है कि दोनों देशों के बीच भरोसे की भारी कमी है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि चीन अरुणाचल प्रदेश को अपना ‘कोर इंटरेस्ट’ (Core Interest) मानता है और वह इस पर किसी भी प्रकार के समझौते के लिए तैयार नहीं है, जो सीधे तौर पर भारत की संप्रभुता के लिए एक गंभीर चुनौती (Challenge) पेश करता है।
दूसरी ओर, चीन और पाकिस्तान के बीच बढ़ती सैन्य नजदीकियां भारत की सुरक्षा के लिए एक दोहरा संकट खड़ी कर रही हैं। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चीन रणनीतिक रूप से पाकिस्तान को भारत के खिलाफ एक आधुनिक हथियार की तरह तैयार कर रहा है, जिसके तहत अब तक 36 उन्नत J-10C लड़ाकू विमान (Fighter Jets) पाकिस्तान को सौंपे जा चुके हैं। दोनों देश मिलकर JF-17 विमानों का उत्पादन कर रहे हैं और चीन पाकिस्तान को आधुनिक ड्रोन और शक्तिशाली युद्धपोत भी मुहैया करा रहा है ताकि उसकी नौसैनिक शक्ति (Naval Power) बढ़ सके। दिसंबर 2024 में हुए संयुक्त युद्धाभ्यास और हथियारों की यह बड़ी सप्लाई चीन की उस दीर्घकालिक रणनीति (Strategy) का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य भारत की सीमाओं पर लगातार दबाव बनाए रखना है।

