जलवायु परिवर्तन में सुधार और सामाजिक बुराइयों के खिलाफ बिहार में लंबी मानव श्रुंखला
पटना
बिहार सरकार जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर काफी संवेदनशील नजर आ रही है। इस दिशा में सरकार की ओर से ‘जल, जीवन और हरियाली’ कार्यक्रम शुरू किया गया है। रविवार को पटना के गांधी मैदान में इससे जुड़ा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इवेंट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित राज्य सरकार के कई मंत्रियों ने शिरकत की और मानव श्रृंखला बनाई।
बिहार सरकार के ‘जल, जीवन और हरियाली’ कार्यक्रम का मकसद जलवायु परिवर्तन में सुधार और सामाजिक बुराइयों जैसे- शराबबंदी, नशामुक्ति, बाल विवाह और दहेज प्रथा को जड़ से खत्म करना है। बिहार में शराब पर रोक लगाई जा चुकी है लेकिन आज भी वहां शराब की तस्करी बदस्तूर जारी है। राज्य के कुछ जिलों में अभी भी चोरी-छिपे बाल विवाह होते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील की थी कि वह रविवार दोपहर गांधी मैदान पहुंचे और मानव श्रृंखला बनाने में मदद करें।
बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की संभावना है। वर्तमान में लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल मुख्य विपक्षी दल है। सूबे की राजनीति में राष्ट्रीय नागरिक पंजी अहम मुद्दा बना हुआ है। JDU के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर कह चुके हैं कि किसी भी सूरत में राज्य में NRC को लागू नहीं होने देंगे, तो वहीं RJD नेता तेजस्वी यादव नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर को इसका प्राथमिक चरण बताते हुए नीतीश सरकार पर बिहार की जनता को धोखा देने का आरोप लगा रहे हैं।