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दिल्ली हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा – अब तक सेना की मदद क्यों नहीं ली गई

दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई, बेड और दवाओं की कमी को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में आज फिर सुनवाई हो रही है। इस दौरान दिल्ली सरकार ने कहा कि सरकार राजधानी में बेडों की संख्या 15 हजार तक बढ़ाने जा रही है, लेकिन हमारे पास इन बेड्स के लिए ऑक्सीजन नहीं है। इस पर कोर्ट ने सवाल किया कि दिल्ली सरकार ने अब तक सेना की मदद के लिए कोशिश क्यों नहीं की? कोर्ट ने कहा कि अगर आप सेना से मदद लेंगे, तो अपने लेवल पर काम करेंगे। उनके अपना खुद का इंफ्रास्ट्रक्चर भी होगा।

वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर जिम्मेदार अधिकारियों से गुहार लगाई है। उन्होंने कहा, ‘मैं डिसीजन मेकर्स से हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं कि दिल्ली को जल्द से जल्द ऑक्सीजन उपलब्ध कराएं।’ उन्होंने कहा कि सभी अस्पताल से ऑक्सीजन की कमी को लेकर SOS आ रहे हैं। हमने कोर्ट में अपनी बात रखी है और केंद्र को इस बारे में पत्र भी लिखा है। दिल्ली को रोजाना 976 टन ऑक्सीजन की जरुरत है। लेकिन हमें 490 टन ऑक्सीजन ही आवंटित की गई है। कल हमें 312 टन ऑक्सीजन ही मिली है। ऐसे कैसे चलेगा?

बत्रा हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी से 8 की मौत
इस बीच बत्रा हॉस्पिटल में शनिवार को ऑक्सीजन खत्म होने के चलते 8 कोरोना मरीजों की जान चली गई। इसके बाद अस्पताल ने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हॉस्पिटलकी ओर से कोर्ट को बताया गया कि एक घंटे से भी ज्यादा समय तक ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं थी, इस वजह से 8 कोरोना मरीजों की मौत हो गई। मरने वालों में डॉक्टर भी शामिल है। अस्पताल ने कहा कि सुबह 6 बजे से इमरजेंसी बनी हुई है। अस्पताल में 307 मरीज भर्ती हैं। इनमें से 230 ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं।

व्यवस्था बनाने के लिए वक्त दीजिए : कोर्ट
पर हाईकोर्ट ने कहा कि हर कोई थका हुआ है, यहां तक कि हम भी थक गए हैं। कोर्ट ने बत्रा अस्पताल से कहा कि आप डॉक्टर हैं, आपको अपनी नब्ज पकड़ने की जरूरत है। व्यवस्था बनाने के लिए वक्त दीजिए। अगर आप मैसेज करते रहेंगे, तो दूसरा काम करने वाला व्यक्ति इसमें व्यस्त हो जाएगा।

बीते दिन कोर्ट ने की थी तल्ख टिप्पणी
इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार को तल्ख टिप्प्णी करते हुए कहा था कि सरकार पूरी फेल साबित हई है। देश संक्रमण में बहुत बड़ी तेजी का गवाह बन रहा है। इसने पूरे मेडिकल सिस्टम पर असर डाला है। किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि ये हम पर इस तरह से हमला करेगा।

रो पड़े थे सीनियर एडवोकेट
सुनवाई के दौरान स्टेट बार काउंसिल के चेयरमैन और सीनियर वकील रमेश गुप्ता रो पड़े थे। उन्होंने कोर्ट से कहा था कि हमारे पास बार काउंसिल के कई संक्रमित सदस्यों के फोन आ रहे हैं। उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिले तो वे मर जाएंगे। हाईकोर्ट ने कहा, ‘हम आपका दर्द समझते हैं। किसी ने नहीं सोचा था कि कोरोना वायरस के कारण इतने बुरे दिन आ जाएंगे।’

बीते दिन 27,047 लोग संक्रमित
देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को 27,047 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 25,288 लोग ठीक हुए और 375 की मौत हो गई। अब तक 11 लाख 49 हजार लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 10 लाख 33 हजार ठीक हो चुके हैं, जबकि 16,147 मरीजों की मौत हो चुकी है। 99,361 का इलाज चल रहा है।

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