गुजरात में सांस की समस्याओं के मामले बढ़े, प्रतिदिन औसतन 340 नए रोगी
गुजरात में श्वसन संबंधी समस्याओं (Respiratory Problems) वाले रोगियों की संख्या में चिंताजनक वृद्धि (Alarming Rise) हो रही है। वर्तमान में, औसतन 340 नए मामले प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। जैसे-जैसे सर्दी का प्रकोप बढ़ रहा है और प्रदूषण (Pollution) का स्तर चिंताजनक स्तर पर पहुंच रहा है, आशंका है कि श्वसन संबंधी समस्याओं के मामलों में और वृद्धि हो सकती है।
सामान्य तौर पर, श्वसन की समस्या युवाओं को कम प्रभावित करती है, लेकिन हाल ही में 32 वर्षीय युवक को एक शादी समारोह में साँस लेने में समस्या होने पर तुरंत अस्पताल ले जाना पड़ा था। डॉक्टरों का कहना है कि वातावरण में स्मॉग (Smog) की मात्रा बढ़ जाने के कारण श्वसन संबंधी समस्याओं वाले मरीज बढ़ रहे हैं और उन्हें सामान्य होने के लिए ऑक्सीजन सपोर्ट (Oxygen Support) की आवश्यकता पड़ रही है।
अहमदाबाद (Ahmedabad) जैसे शहरों में सांस के संक्रमण (Respiratory Infection) और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) वाले मरीजों की संख्या ओपीडी (OPD) में ज्यादा देखी जा रही है। लगातार बदलते मौसम, पक्षियों की बीट (Excreta), और ट्रैफिक वाली जगहों पर लंबे समय तक खड़े रहने से भी समस्या बढ़ रही है।
डॉक्टरों ने श्वसन संबंधी समस्या वाले लोगों के लिए मास्क (Mask) पहनकर बाहर निकलना अनिवार्य (Compulsory) बताया है।
-
वृद्धों (Elderly) और कॉमोरबिडिटी (Comorbidity) वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
-
जहाँ अधिक लोग जमा होते हैं, ऐसी जगहों पर मास्क पहनना हितकर (Advisable) है।
-
सर्दी-खांसी होने पर भी मास्क पहनना चाहिए।
-
डॉक्टर की सलाह के बाद इन्फ्लूएंजा वैक्सीन (Influenza Vaccine) लेना भी आवश्यक है।

