अमेरिका से भारतीयों की रिकॉर्ड विदाई: 2025 में 3200 से अधिक लोग डिपोर्ट
वर्ष 2025 में अमेरिका से भारतीय नागरिकों के निर्वासन (Deportation) का एक बड़ा आंकड़ा सामने आया है, जिसने साल 2009 के बाद के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इस साल अब तक लगभग 3258 भारतीयों को वापस भेजा गया है, जिनमें अकेले गुजरात के 650 नागरिक शामिल हैं। डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन की सख्त आव્રજન नीतियों (Immigration Policies) के कारण 2024 की तुलना में यह संख्या दोगुनी हो गई है। निर्वासन की इस बड़ी कार्रवाई में मुख्य रूप से अवैध प्रवेश (Illegal Entry) और वीजा नियमों के उल्लंघन (Visa Overstay) जैसे कारण जिम्मेदार रहे हैं, जिससे अमेरिका में बसने का सपना देखने वाले कई भारतीय परिवारों को भारी आर्थिक और मानसिक आघात पहुँचा है।
अमेरिका में बढ़ती इस कड़ाई ने विशेष रूप से गुजराती और पंजाबी समुदाय के बीच गहरी चिंता (Concern) पैदा कर दी है। कई छात्र जो वहां पढ़ाई के लिए गए थे, वे अब रोजगार के अभाव और सख्त नियमों के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। हाल ही में एक घटना में 18 परिवारों के 72 सदस्यों को एक साथ वापस भेजा गया, जो अवैध रूप से वहां रहने का प्रयास कर रहे थे। हालांकि भारत सरकार इस मुद्दे पर अमेरिकी प्रशासन (Trump Administration) के साथ चर्चा कर रही है और नागरिकों के हितों की सुरक्षा का आश्वासन दिया है, लेकिन वर्तमान स्थितियों को देखते हुए फिलहाल नियमों में ढील मिलने की संभावना कम ही नजर आ रही है।

