अहमदाबाद: खतरे में ‘इनकम टैक्स’ ब्रिज: 65 करोड़ का पुल 6 साल में ही जर्जर, भ्रष्टाचार की आशंका
अहमदाबाद के इंफ्रास्ट्रक्चर और एएमसी (AMC) की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। सुभाष ब्रिज के बाद अब शहर के व्यस्ततम इनकम टैक्स फ्लाईओवर (Flyover) में भी बड़ी खामियां उजागर हुई हैं। मात्र 6 साल पहले करीब 65 करोड़ रुपये की लागत से बना यह पुल अब जर्जर हालत में दिख रहा है, जहाँ इसके स्पान जॉइंट्स (Joints) पूरी तरह खुल गए हैं। पुल के हिस्सों को थामने वाले स्क्रू ढीले होकर बाहर निकल आए हैं, जिससे यहाँ से गुजरने वाले वाहन चालकों में भारी डर का माहौल है। खुले हुए जोड़ों और बड़े गैप की वजह से गाड़ियों के टायर फटने और बड़े हादसे होने की गंभीर आशंका बनी हुई है, लेकिन प्रशासन ने अभी तक सुरक्षा के लिए मौके पर कोई बैरिकेडिंग (Barricading) भी नहीं की है।
इस पूरे मामले में सबसे बड़ी लापरवाही तંત્ર की पिछली रिपोर्ट में सामने आई है। हैरान करने वाली बात यह है कि पिछले जुलाई माह में किए गए निरीक्षण (Inspection) के दौरान इस पुल की स्थिति को ‘बेहતર’ बताया गया था, ऐसे में सवाल उठता है कि चंद महीनों में ही इसकी हालत इतनी जानलेवा कैसे हो गई? यह स्थिति सीधे तौर पर भ्रष्टाचार और घटिया निर्माण कार्य (Construction) की ओर इशारा करती है। जब इस बारे में एएमसी की आरएंडबी कमेटी के चेयरमैन जयेश पटेल से संपर्क किया गया, तो उन्होंने मामले की जानकारी होने से इनकार कर दिया और अधिकारियों से चर्चा कर उचित कार्यवाही (Action) करने का आश्वासन दिया। फिलहाल, शहर के इस महत्वपूर्ण पुल की दयनीय स्थिति आम जनता की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ साबित हो रही है।

