गुजरात में मौसम का यू-टर्न: अगले 48 घंटों में बारिश की संभावना
गुजरात में कड़ाके की ठंड पड़ने से पहले ही कुदरत ने अपना मिजाज बदल लिया है, जिससे राज्य में आने वाले दो दिनों के दौरान मौसम में बड़े बदलाव (Weather Shift) की संभावना है। मौसम विभाग (Weather Department) के अनुसार, उत्तर भारत में सक्रिय हुए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (Western Disturbance) के प्रभाव से उत्तर गुजरात, सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और वायुमंडल के ऊपरी स्तर पर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन (Cyclonic Circulation) के कारण बादलों का घनत्व बढ़ गया है, जिससे मावठा पड़ने की स्थिति पैदा हो गई है। बादलों और नमी की वजह से राज्य के अधिकांश शहरों में न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे लोगों को फिलहाल कड़ाके की ठंड से थोड़ी राहत मिली है।
अहमदाबाद में बीती रात न्यूनतम तापमान सामान्य से 2.6 डिग्री बढ़कर 14.8 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि नलिया, राजकोट और गांधीनगर जैसे शहरों में भी तापमान चढ़ा हुआ है। हालाँकि, यह बिन-मौसम बारिश (Unseasonal Rain) गुजरात के किसानों के लिए एक बड़ी चिंता (Major Concern) का विषय बन गई है क्योंकि वर्तमान में रबी फसलों की सीजन चल रही है। राज्य में जीरा, सरसों और गेहूं जैसी फसलों को इस बेमौसम बरसात से भारी नुकसान (Heavy Loss) होने की आशंका जताई जा रही है। किसान डरे हुए हैं कि अगर बारिश होती है तो उनकी तैयार फसलें बर्बाद हो सकती हैं, जिससे उनकी मेहनत पर पानी फिर सकता है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि बादलों के हटने के बाद ही राज्य में दोबारा कड़ाके की ठंड का दौर शुरू होगा।

