महाराष्ट्र में अगले दो-तीन दिन तक रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी रहेगी : मंत्री राजेंद्र शिंगणे
महाराष्ट्र के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) मंत्री राजेंद्र शिंगणे ने शुक्रवार को स्वीकार किया कि राज्य में अगले दो-तीन दिन तक रेमडेसिविर इंजेक्शन की 12 से 15 हजार खुराक की कमी रहेगी जिसका इस्तेमाल कोविड-19 मरीजों के इलाज में होता है।
उन्होंने कहा कि दवा कंपनियों ने रेमडेसिविर के उत्पादन में वृद्धि की है लेकिन नयी खेप के बजार तक पहुंचने में समय लगेगा।शिंगणे ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘ रेमडेसिविर इंजेक्शन उत्पादित करने वाली कंपनियों ने अपना उत्पादन बढ़ा दिया है लेकिन बाजार तक पहुंचने में कुछ समय लगेगा। अगर हम 10 से 12 प्रतिशत की किल्लत पर विचार करें तो महाराष्ट्र में अगले दो-तीन दिन तक 12 से 15 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन की खुराक की कमी बनी रहेगी।’’
कंपनियों को इंजेक्शन की आपूर्ति में देरी के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए एफडीए मंत्री ने कहा, ‘‘ रेमडेसिविर निर्माता कंपनियों के प्रमुखों ने 15 दिन पहले करीब 50 हजार खुराक की आपूर्ति करने का भरोसा दिया था लेकिन 15 अप्रैल तक इन कंपनियों ने राज्य को केवल 37 से 39 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन की खुराक मुहैया कराई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज मैंने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से रेमडेसिविर इंजेक्शन निर्माता कुछ कंपनियों के सीईओ और एमडी के साथ बैठक की। इन कंपनियों ने अब 19 अप्रैल से आपूर्ति सुचारू करने का भरोसा दिया है।’’
शिंगणे ने रेमडेसिविर के निर्यात पर केंद्र द्वारा रोक लगाने के कदम की प्रशंसा की।उन्होंने कहा, ‘‘ रेमडेसिविर इंजेक्शन की तैयार खेप (जिन्हें विदेश भेजा जाना था) महाराष्ट्र को भी उपलब्ध हो रही है। कुछ कंपनियों के प्रतिनिधियों ने मुझसे मुलाकात की और इस खेप की महाराष्ट्र में बिक्री की अनुमति देने का प्रस्ताव किया।’’
शिंगणे ने कहा, ‘‘ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने निर्यात के लिए तैयार खेप को भी राज्य में बेचने (निर्यात प्रतिबंध के बाद)की अनुमति देने के लिए आदेश जारी किया है। मुझे नहीं पता कि ऐसी कितनी खेप कंपनियों के पास है।’’