RBI का आम आदमी को तोहफा: १ अक्टूबर से लोन के ३ नियम बदलेंगे
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने आम लोगों को राहत देने और लोन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए कई बड़े बदलावों की घोषणा की है। लोन से जुड़े इन नए सुधारों में से तीन नियम १ अक्टूबर से लागू होने जा रहे हैं। इन बदलावों से फ्लोटिंग रेट लोन, गोल्ड लोन और ब्याज दर स्विच करने के विकल्पों पर सीधा असर पड़ेगा।
१ अक्टूबर से लागू होने वाले ३ मुख्य नियम:
१. EMI में कटौती, ग्राहकों को राहत
अगर आपने फ्लोटिंग रेट पर लोन ली है, तो अब बैंक आपके EMI को तीन साल के लॉक-इन पीरियड से पहले भी कम कर सकेंगे। इसका सीधा फायदा लोन लेने वालों को होगा और उनकी मासिक किस्त (EMI) में कमी आएगी।
२. फ्लोटिंग रेट पर स्विच करने का विकल्प
लोनधारकों को अब फिक्स्ड रेट पर ली गई लोन को फ्लोटिंग रेट में स्विच करने का विकल्प मिलेगा। हालांकि, यह सुविधा अनिवार्य नहीं होगी और बैंक अपनी सुविधा के अनुसार यह विकल्प दे सकते हैं। इससे ग्राहकों के लिए सही ब्याज दर चुनना आसान हो जाएगा।
३. गोल्ड लोन का दायरा बढ़ा
गोल्ड लोन लेने वालों के लिए अच्छी खबर है। अब सिर्फ ज्वैलर्स ही नहीं, बल्कि कच्चे माल के रूप में सोने का उपयोग करने वाले कारीगर और कारोबारी भी सोने के बदले बैंक से लोन ले सकेंगे। इससे छोटे उद्योगों के लिए कार्यशील पूंजी (वर्किंग कैपिटल) जुटाना आसान हो जाएगा।
गोल्ड मेटल लोन की समय सीमा बढ़ेगी
इसके अलावा, RBI ने गोल्ड मेटल लोन (GML) से संबंधित एक प्रस्ताव भी रखा है, जिसमें लोन चुकाने की समय सीमा को १८० दिन से बढ़ाकर २७० दिन करने का प्रस्ताव है। साथ ही, नॉन-प्रोड्यूसर ज्वैलरी व्यापारी भी GML का उपयोग करके आउटसोर्सिंग कर सकेंगे। ये बदलाव विशेष रूप से MSME और ज्वैलरी सेक्टर के लिए फायदेमंद साबित होंगे।