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Ahmedabad की हवा ‘ज़हरीली’: 5 साल में ₹548 करोड़ खर्च फिर भी AQI 200 के पार

अहमदाबाद शहर में पिछले कुछ दिनों से वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 200 के आसपास दर्ज हो रहा है। शहर के वायु प्रदूषण (Air Pollution) को कम करने के लिए पिछले पांच वर्षों में म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (Municipal Corporation) द्वारा ₹548 करोड़ खर्च किए गए हैं। इसके बावजूद, शहर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार को हुई म्यूनिसिपल बोर्ड बैठक में विपक्ष ने सरकारी फंड (Government Fund) के दुरुपयोग का आरोप लगाया।

बोर्ड बैठक में विपक्ष के नेता ने तीखी आलोचना करते हुए कहा कि जो लोग नागरिकों को शहर को स्वच्छ रखने और इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) का उपयोग करने की सलाह देते हैं, वही मेयर, म्युनिसिपल कमिश्नर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन समेत एक भी पदाधिकारी खुद इलेक्ट्रिक कार का इस्तेमाल नहीं करता है।

विपक्ष ने आरोप लगाया कि अधिकारियों और पदाधिकारियों द्वारा उपयोग की जा रही कुल 146 कारें नॉन-इलेक्ट्रिक (Non-Electric) हैं, जिससे शहर के प्रदूषण में वृद्धि हो रही है। विपक्ष ने यह भी कहा कि कॉर्पोरेशन के अधिकांश बिल्डिंगों (Buildings) में सोलर पैनल (Solar Panel) नहीं लगे हैं, लेकिन नागरिकों को इन्हें लगाने की सलाह दी जाती है।

विपक्ष ने बताया कि हर साल शहर में रोड रिसर्फेसिंग (Road Resurfacing) और निर्माण कार्यों पर लगभग ₹2000 करोड़ खर्च किए जाते हैं, फिर भी वायु गुणवत्ता नियंत्रण (Air Quality Control) कार्यक्रम के लिए मिलने वाली ग्रांट (Grant) का 50% हिस्सा रोड (Road) के काम पर खर्च कर दिया जाता है।

ग्रांट आवंटन पर विवाद: विपक्ष ने आरोप लगाया कि अहमदाबाद की हवा की गुणवत्ता नहीं सुधर रही, लेकिन आसपास की गांधीनगर, बावल, साणंद और कलोल पालिकाओं को हवा सुधारने के लिए ₹18 करोड़ की ग्रांट दी जा रही है। जवाब में स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन ने कहा कि यह रकम राज्य सरकार की ग्रांट में से दी गई है।


कॉर्पोरेशन ने इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ाने के लिए पॉलिसी (Policy) तो बनाई है, लेकिन खुद के बेड़े में इनकी संख्या नगण्य है।

  • AMTS (एएमटीएस): 1020 बसों में से केवल 5 इलेक्ट्रिक हैं।

  • BRTS (बीआरटीएस): केवल 235 बसें इलेक्ट्रिक हैं।

  • डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण: 1900 वाहनों में से एक भी वाहन इलेक्ट्रिक नहीं है।

💰 प्रदूषण फंड का उपयोग (करोड़ों में):

खर्च मद 2024-25 2025-26
रोड रिसर्फेस/फुटपाथ ₹96 करोड़ ₹50 करोड़
ग्रीन कवर/सड़क सफाई ₹30 करोड़
नए गार्डन विकास ₹50 करोड़
इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन ₹10 करोड़ ₹12 करोड़ (AMTS)
जंक्शन विकास/फ्री लेफ्ट साइड ₹6 करोड़
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