भारत-न्यूजीलैंड व्यापारिक संधि: अब कीवी बाजारों में भारतीय सामान की होगी धूम
भारत और न्यूजीलैंड के बीच आर्थिक संबंधों में एक नया अध्याय जुड़ गया है, क्योंकि दोनों देशों ने मुक्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreement) पर अपनी बातचीत सफलतापूर्वक पूरी कर ली है। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि की घोषणा करते हुए बताया कि अब भारतीय निर्यातकों को न्यूजीलैंड के बाजारों में शत-प्रतिशत टैक्स छूट के साथ सीधी एंट्री मिलेगी। इस समझौते (Agreement) के बाद न्यूजीलैंड अपनी सभी टैरिफ लाइनों पर टैक्स खत्म कर देगा, जिससे भारतीय सामान की पहुंच वहां के स्थानीय बाजारों में काफी बढ़ जाएगी। पीएम मोदी और लक्सन के बीच हुई इस वार्ता ने दोनों देशों के व्यापारिक भविष्य (Future of Trade) को एक मजबूत और सकारात्मक दिशा प्रदान की है।
इस संधि के परिणामस्वरूप भारतीय ग्राहकों तक कीवी व्यवसायों की पहुंच भी पहले से कहीं अधिक आसान हो जाएगी, जिससे न्यूजीलैंड के निर्यात में सालाना भारी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। भारत ने भी इस समझौते के तहत उदारता दिखाते हुए न्यूजीलैंड के लिए 70 प्रतिशत लाइनों पर आयात शुल्क (Import Duty) में रियायत देने का फैसला किया है। पिछले वित्त वर्ष के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार का स्तर काफी सराहनीय रहा था, जो इस नई संधि के बाद और भी अधिक ऊंचाई पर पहुंचने का अनुमान है। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और न्यूजीलैंड के व्यापार मंत्री के बीच मार्च 2025 में शुरू हुई यह प्रक्रिया मात्र पांच राउंड की बैठकों के बाद एक ठोस परिणाम (Final Conclusion) पर पहुंची है, जो दोनों देशों की आर्थिक प्रगति के लिए मील का पत्थर साबित होगी।

