ट्रम्प के टैरिफ का रूस ने दिया करारा जवाब: भारत के लिए अपने बाजार खोले
नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ के बाद रूस खुलकर भारत के समर्थन में आया है। रूसी राजदूत रोमन बाबुश्किन ने स्पष्ट कर दिया है कि रूस भारत को रियायती दर पर कच्चा तेल देना जारी रखेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर अमेरिकी बाजार भारतीय सामानों के लिए बंद होते हैं, तो रूसी बाजार उनके स्वागत के लिए तैयार हैं। यह बयान ट्रम्प की टैरिफ नीतियों के सामने भारत को एक मजबूत रणनीतिक और आर्थिक समर्थन प्रदान करता है।
व्हाइट हाउस की सचिव कैरोलिन लेविट के अनुसार, ट्रम्प ने यह टैरिफ रूस-यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के उद्देश्य से लगाया है, जिसमें भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने को मुख्य कारण बताया गया है। इस 50 प्रतिशत टैरिफ में से 25 प्रतिशत पहले ही लागू हो चुका है और बाकी 25 प्रतिशत 27 अगस्त से प्रभावी होगा।
रूसी राजदूत बाबुश्किन ने भारत-रूस संबंधों को ‘विश्वास और समय की कसौटी पर खरा’ बताते हुए, दोनों देशों के बीच एक व्यापक व्यापार गलियारा (ट्रेड कॉरिडोर) बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि रूस के पास एक ऐसी विशेष व्यवस्था है जो भारत पर अमेरिकी टैरिफ का कोई असर नहीं होने देगी। उन्होंने यह भी बताया कि आज के अस्थिर वैश्विक माहौल में ब्रिक्स (BRICS) की भूमिका बढ़ गई है, जिसकी संयुक्त अर्थव्यवस्था जी-7 देशों से भी बड़ी है। दोनों देशों ने 2030 तक अपने द्विपक्षीय व्यापार को 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। बाबुश्किन ने जोर देकर कहा कि दोनों देशों के बीच ऊर्जा और रक्षा क्षेत्र में सहयोग और भी बढ़ेगा।