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तबलीगी जमात चीफ मौलाना साद की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव.

नई दिल्ली :

भारत में जब कोरोना वायरस के संक्रमण की शुरुआत हुई तो निजामुद्दीन मरकज सुर्खियों में आ गया। यहां एकसाथ कई लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इतना ही नहीं देश के विभिन्न हिस्सों में तबलीगी जमात से जुड़े हजारों लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इस बीच खबर आ रही है कि तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है।

उनके वकील के मुताबिक मौलाना साद की कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के कहने पर मौलाना साद का कोरोना टेस्ट करवाया गया था। वह क्राइम ब्रांच के सामने पेश हो सकते हैं।

तबलीगी जमात पर कसता जा रही है जांच एजेंसी का शिकंजा
तबलीगी जमात पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा कसता जा रहा है। जांच टीम ने हवाला नेटवर्क से जुड़े दो लोगों से पूछताछ की है, जिनमें से एक पर रकम विदेश भेजने का शक है। एजेंसियों के निशाने पर एक ट्रस्ट भी है, जिसकी भूमिका भी संदेह के घेरे में है।
मौलाना साद और उनके बेटों से भी की जाएगी पूछताछ
सूत्रों की मानें तो इस ट्रस्ट को लेकर मौलाना साद और उनके बेटों से भी पूछताछ की जाएगी। जांच टीम हवाला कनेक्शन से जुड़े जिन लोगों से पूछताछ कर रही है, उनमें से एक के बारे में यह जानकारी मिल रही है कि वह पिछले दिनों 90 लाख रुपये विदेश भेज चुका है। उससे पूछताछ कर जांच टीम अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आखिरकार यह रकम किसकी थी, उसे किसने मुहैया कराई और यह रकम किसे भेजी गई।

मोबाइल की जांच में खुलासा
करीब 18 नंबरों की जांच मौलाना साद, उनके के बेटों जमात के पदाधिकारियों व करीबी रिश्तेदारों पूरे नेटवर्क को खंगालने के लिए की जा रही थी। कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) और लोकेशन के आधार पर ही पुलिस को हवाला कनेक्शन से जुड़े दो लोगों के बारे में जानकारी मिली। वहीं जिस संदिग्ध ट्रस्ट की भूमिका की जांच की जा रही है, उसके बारे में भी सीडीआर की जांच और क्राइम ब्रांच द्वारा छापेमारी के दौरान एकत्र किए गए दस्तावेजों की जांच से पता चला है।

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