गांधीनगर समेत गुजरात भर की आशा कार्यकर्ताओं का विरोध: टेको ऐप से ऑनलाइन काम अनिवार्य करने के खिलाफ हंगामा
गुजरात भर की आश कार्यकर्ता (ASHA Worker) बहनों में राज्य सरकार के ‘टेको एप्लीकेशन’ (TèKO App) द्वारा ऑनलाइन काम अनिवार्य करने के आदेश के खिलाफ तीव्र आक्रोश फैल गया है। इस आदेश के विरोध में गांधीनगर जिले की कई आशा बहनों ने काम बंद कर दिया है और जिला पंचायत कार्यालय पर हंगामा कर अपना विरोध दर्ज कराया है। बहनों ने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और जिला विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अपनी माँगे रखी हैं।
आश कार्यकर्ताओं का मुख्य आरोप है कि मात्र दो हजार रुपये का प्रोत्साहन (इन्सेन्टिव) पाने वाली इन बहनों पर अच्छे स्मार्टफोन खरीदने और रिचार्ज का खर्च वहन करने का दबाव बनाया जा रहा है। नेटवर्क की समस्या, लाभार्थी की अनुपस्थिति और त्योहारों के दिनों में भी ऑनलाइन काम अनिवार्य किए जाने के कारण उन्हें अपना इन्सेन्टिव खोने का डर है।
उनकी मुख्य मांग है कि जब तक ऑनलाइन काम की समस्याओं का समाधान नहीं होता, तब तक मैन्युअल काम का प्रोत्साहन जारी रखा जाए। इसके अलावा, आश कार्यकर्ताओं को वर्ग-4 में शामिल कर स्थायी कर्मचारी बनाया जाए, न्यूनतम वेतन, 180 दिन का मातृत्व अवकाश, दिवाली बोनस और ₹10 लाख का जीवन सुरक्षा बीमा सहित अन्य सुविधाएँ दी जाएँ।