जापान में ऐतिहासिक मुकद्दमा: जलवायु परिवर्तन पर सरकार के खिलाफ 450 लोग पहुँचे कोर्ट
जापान में आज जलवायु परिवर्तन (Climate Change) और पर्यावरण की रक्षा को लेकर एक अभૂતપૂર્વ कानूनी लड़ाई का आगाઝ हुआ है। लगभग 450 नागरिकों ने जापान की सरकार के खिलाफ एक बड़ा मुકદ્દમા दायर कर जलवायु संकट को रोकने में विफल (Failure) रहने के लिए मुआवजे की मांग की है। नागरिकों का कहना है कि सरकार की उदासीनता के कारण उनके शांतिपूर्ण तरीके से जीवन जीने और एक स्थिर वातावरण (Stable Environment) का आनंद लेने के मौलिक अधिकार का हनन हो रहा है। इस वर्ष जापान ने साल 1898 के बाद सबसे गर्म मौसम का सामना किया है, जिसके कारण भीषण गर्मी (Heatwaves) की वजह से फसलों का भारी नुकसान हुआ है और कई लोगों की जान भी गई है।
रिपोर्ट के अनुसार, अत्यधिक गर्मी की वजह से मजदूरों और किसानों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है, जिससे कई लोग काम के दौरान ही बीमार होकर गिर रहे हैं। वादियों का आरोप है कि यह स्थिति केवल एक प्राकृतिक आपदा नहीं है, बल्कि सरकार द्वारा जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ी गई “अधूरी लड़ाई” का परिणाम है। विशेषज्ञों का मानना है कि जापान के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी समूह ने सीधे तौर पर सरकार से पर्यावरण सुरक्षा (Environment Protection) के लिए जवाबदेही तय करने को कहा है। यह कानूनी मामला (Legal Case) अब पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल बन सकता है कि किस प्रकार जनता सुरक्षित भविष्य के लिए अपनी सरकारों को अदालत में चुनौती दे सकती है।

